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किसी भी प्रकार के कागजी कार्य को संपादित करने के तरीके को जानना – समझना और हमारे मस्तिष्क में जो भी विचार आते हैं उसे किसी भी प्रकार के कसौटी पर परखे बिना साझा करना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है !

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किसी भी प्रकार के कागजी कार्य को संपादित करने के तरीके को जानना – समझना और हमारे मस्तिष्क में जो भी विचार आते हैं उसे किसी भी प्रकार के कसौटी पर परखे बिना साझा करना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है !

Category: Thoughts

Thoughts

क्या आपको भी आते हैं अहम् ब्रह्मास्मि वाले भाव ?

Sudhakar Choudhary, January 17, 2025March 24, 2025

कल मैच देख रहा था, क्रिकेट का, इंडिया और आस्ट्रेलिया वाला । अचानक कुछ काम याद आ गया सो कुछ देर के लिए किसी और काम में ब्यस्त हो गया । जब लौट कर देखा तो पता चला शर्मा जी निकल लिए । के० एल० के बारे में आज –…

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क्या सिर्फ कर्ता ही दोषी है किसी कार्य के न होने या करने में ?

Sudhakar Choudhary, January 16, 2025March 24, 2025

एक पार्टी है जो विपक्ष में है, इस लेख में उनको हम A से संबोधित करेंगें, और इस पार्टी A की एक पुरानी साथी है जो अभी सत्ता में है, इसे हम B से संबोधित करेंगें । नामांकरण के बाद स्वभाव पर आते हैं: तो स्वभाव से दोनों पति –…

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खूबसूरती और हाजिर – जबाबी कितना महत्व रखता है हमारे लिए ?

Sudhakar Choudhary, January 15, 2025March 24, 2025

कुछ दिन पहले अपने एक संबंधी के यहाँ एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने गया था । बहुत से लोगों से मिलना हुआ, बहुत दिन हो गए थे सबसे मिले हुये । मुझे यात्रा करना कभी भी रास नहीं आया । अब गाड़ी पर बैठ कर 3 – 4 घंटे…

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जीवन के संघर्षों से मिले अनुभवों का घमंड या फिर सहानुभूति लेने की इच्छा !

Sudhakar Choudhary, January 14, 2025March 24, 2025

कई बार मन में यह विचार आता है कि अपनी जीवनी लिखूँ और मन में ऐसे विचार आने के कारण हैं । कारण हैं हमारे कुछ मित्र, जिनका मानना है कि कुछ तो अलग है तुम्हारी ज़िंदगी में, थोड़ी ज्यादा पेचीदगी है, सामान्य कार्य में भी जटिलता है, कुछ न…

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न ही माता-पिता भगवान हैं और न ही संतान भविष्य का बस एक निवेश !

Sudhakar Choudhary, January 13, 2025March 24, 2025

हम सभी अपने माता-पिता से बहुत प्यार करते हैं, करना भी चाहिए, आखिर उन्हीं की वजह से तो हम अस्तित्व में आए हैं और कुछ भी कर सकने की स्थिति में आये हैं । अब सवाल यह है कि कितना करना चाहिए ? मतलब कोई तो सीमा – सरहद होगी, आखिर…

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